A Mysterious Villain of the Country, Rahashyamay Khalanayak BY (D R Mahato (S.N.S.), Sanjoti Kumari)
₹125.00
“””ए मिस्टिरीअस विलन ऑफ दी कंट्री”” या कहें देश के रहष्यमय खलनायक एक देशभक्ति कहानी है। यह कहानी बिल्कुल काल्पनिक हैं, सच्चाई से दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं है। इस कहानी के पात्रों और स्थान के नाम उसके अनुरूप रखे गए हैं। कहानी में मार्मिकता की ट्विस्ट है। कहानी में खासकर दोस्ती के आड़ में होने वाले कुकर्मो को दर्शाया गया है।
कहानी शुरू होती है एक परिवार के पारिवारिक जीवन से। और आगे चलकर देश के अंदर होने वाले घटनाओं चाहे बाहरी या फिर आन्तरिक हो, लोग लालच में आकर देश को नुकसान पहुचाने की कोशिश करते हैं। अपने ही खास दोस्त के दोस्ती का भरोसा तोड़ते हैं। इस प्रकार अंत में देश को रहष्यमय तरीके से नुकसान पहुंचाने वालों को कठोर सजा होती है साथ ही उनका सहयोग करने वालों को भी बक्शा नहीं जाता है।
कहानी यही सीख देती है कि दोस्ती कैसे निभाना चाहिए । अपने सुरक्षा के साथ साथ अपने देश की हरसंभव सुरक्षा करने की कोशिश करना चाहिए।
धन्यवाद!
”
- Publisher : Booksclinic Publishing
- Language : Hindi
- Paperback : 64 pages
- ISBN-13 : 9789355352460
- Reading age : 3 years and up
- Country of Origin : India
100 in stock (can be backordered)
Description
“किताबे पढ़ना और कहानियां, लेख, कविताएं लिखना लेखक को रुचि है। इस किताब के अंदर लिखी गयी कहानी को पढने से यह स्पष्ट होता है कि लेखक एक देशप्रेमी है।
लेखक झारखंड राज्य के रांची जिले के एक छोटे से गांव चैनपुर के एक सधारन परिवार से ताल्लूक रखता है। उसके परिवार में कुल चार सदस्य हैं, दो बेटे और पति पत्नी। उसकी मेट्रिक तक की शिक्षा गांव के स्कूल से ही सम्पन्न हुई। उसके बाद उसकी जवानी की जिंदगी देशसेवा में गुजरी और वहीं से स्नातक की प्रमाण पत्र मिला।
वैसे तो पढ़ाई लिखाई की शौक बचपन से ही था लेकिन वक्त की पाबंदी की वजह से अपनी कलम को गति प्रदान कर नहीं पाया और अब फिर से वक्त मिला है कोशिशों से हाथ मिलाने की और लेखन की दुनिया में कदम बढाने की। वैसे तो उम्मीद और आशाएं किसी का गुलाम नहीं लेकिन लेखक इन्हे अपना गुलाम बनाना चाहता है। धन्यवाद!
“
Additional information
Dimensions | 5 × 8 cm |
---|
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
Reviews
There are no reviews yet.