Aajaadee Ke Anakahe Deevaane by (Singh Shivam Kumar Rajendra)

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“अक्सर लोग बड़े शहरों में शिक्षा प्राप्त कर वहीं अपना कर्मक्षेत्र बना लेते हैं या फिर विदेश चले जाते हैं। परन्तु मायानगरी में जन्मे 40 वर्षीय शिवम् ने अपने गाँव को कर्मभूमि के रूप में चुना और वहाँ एक सरकारी स्कूल के शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
ये न केवल छात्रों को आधुनिक शिक्षा में दक्ष कर रहे हैं बल्कि उनके अंदर जीवन कला भी विकसित कर रहे हैं। शिक्षा में तकनीकि के उपयोग से इन्होंने छात्रों व ग्रामवासियों को लेकर कई बालफिल्म भी बना डाली हैं, जैसे पाषाण युग, हमार बिटिया हमार मान, बालसेना और महुआ।

उनका मानना है कि जो समाज अपने वीर योद्धाओं के बलिदान को स्मरण नही रखता उसका वज़ूद भी एक दिन मिट जाता है। अतः उन्होंने उन क्रांतिकारियों व योद्धाओं के वीरगाथाओं को इस पुस्तक में समाज के सामने रखा है, जिन्हें इतिहास के पन्नों में वो स्थान नही मिला जो मिलना चाहिए था। इस पुस्तक का उदेश्य है कि नई पीढ़ी इनसे प्रेरणा लें सके और सदैव देशधर्म को आगे रखें। ”

  • Publisher ‏ : ‎ Booksclinic Publishing
  • Language ‏ : ‎ Hindi
  • Paperback ‏ : ‎ 63 pages
  • ISBN-13 ‏ : ‎ 9789355354099
  • Reading age ‏ : ‎ 3 years and up
  • Country of Origin ‏ : ‎ India
  • Generic Name ‏ : ‎ Book

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Dimensions 5 × 8 cm

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