“MAAYA THE DESTINY MYSTERIOUS SAGA OF DESTINY”BY (Kumar Rajesh ‘Danish’)

199.00

“नियति अटल है जिसे होना ही है। हम चाहे या न चाहे। हमारी इच्छा अनिच्छा के सरोकार के परे जो घटित होता है वो वर्तमान है। नियति है। घटित घटना क्रम से उत्पन्न परिस्थितियों में किया गया कर्म भाग्य बन जाता है।

माया द डेस्टिनी कहानी की दोनो नायिकाओं की जीवन शैली बिल्कुल एक दूसरे के विपरीत है। नियति के चलते दोनो का मिलना ओर एक दूसरे के जीवन की धूप-छांव के पेहलू पर समानता। या यूं कहा जाए की र्दद ने र्दद को पुकारा। जीवन की धूरी पर, दो विपरीत बिंदुओं पर एक जैसा ही सहते दो साये संवाद ओर मन के भवंर में एक दूसरे के करीब आ गए, इतने करीब की नियति उनका भाग्य बन कर सामने आ गया।

नियति ओर भाग्य के इस खेल के केंद्र में इन दोनो नायिकाओं को एक दूसरे से मिलाने बाला सुत्रधार था, आरज़ू। इस कहानी का तीसरा चरित्र। जो नियति की पटकथा के हर मोड पर घटने बाली हर घटना का साक्षी था। कहानी के अंत में नियति के समक्ष की गई प्रतिक्रिया रहस्यमय भाग्य के रुप में सामने आती है।”

  • Publisher ‏ : ‎ Booksclinic Publishing 
  • Language ‏ : ‎ Hindi
  • Paperback ‏ : ‎ 102  pages
  • ISBN-13 ‏ : ‎  9789390871438
  • Reading age ‏ : ‎ 3 years and up
  • Country of Origin ‏ : ‎ India
  • Generic Name ‏ : ‎ Book

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Description

” लेखक – कुमार राजेश दानिश।
पर्यटन में स्नातक व कमप्यूटर में मास्टर डिपलोमा सॉफ्टवेयर
उत्तर भारत के दो प्रतिश्ठित दैनिक अखबार ।
दैनिक जागरण व पंजाब कैसरी में छः सात साल तक पत्रकारिता का अनुभव।
अभी – स्वतंत्र लेखन।
कुछ प्रचलित टी वी चेनल सब टी बी, जी व डीडी उर्दु व डीडी भारती
पर प्रसारित सीरियल में सहायक निर्देशन भी किया।
हिमाचल में रंगमंच के सक्रिय रंगकर्म निर्देशक।

Additional information

Dimensions 5.5 × 8.5 cm

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