Naya Safar by (Aradhana Srivastava)
₹130.00
इस”कहानी संग्रह (नए सफर) के बारे में इतनी भावविभोर हूं कि कुछ अधिक लिख नहीं सकती। भावनाओं में गुथी हुई कुछ ऐसी कहानियां ,जो यथार्थ के धरातल से चुनकर कल्पनाओं का पंख लगा कर इस किताब में सृजित की गई है। इस “कहानी संग्रह “को लिखना ठीक मेरे लिए वैसा ही रहा जैसे… पतझड़ के बाद वसंत का आगमन हो अपनी भावनाओं को शब्दों में पिरों कर लिखना मेरे लिए एक कड़ी चुनौती थी। मेरा मानना है.. लेखन मात्र भावना की अभिव्यक्ति का नाम नहीं, यह तो बुद्धि, विचार, भाव और कला का समन्वय अथवा संयोजन होता है। यह अंतस की सघन अनुभूति, संवेदना ,गहरे भावबोध एवं संवाद करती हुई अपेक्षाओं के साथ-साथ अंतरात्मा को निरूपित करती है। मैं पूरे अंतरात्मा एवं संवेदनशीलता के साथ इन कहानियों से जुड़ी रही, और मेरा मानना है कि पाठकगण भी इन कहानियों से उसी प्रकार जुड़ेंगे। यह प्रभावशाली”कहानी संग्रह ” “नए सफर” आपके हाथ में सौपते हुए मुझेअत्यधिक प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। कहानियां कैसी है ?इसका निर्णय सुधी पाठक ही करेंगे। आप सब की अमूल्य समीक्षाओं की प्रतीक्षा रहेगी ,इसी आशा एवं विश्वास के साथ सभी पाठकों को हृदय से धन्यवाद ।।
- Publisher : Booksclinic Publishing
- Language : Hindi
- ISBN-13 : 9789358230260
- Reading Age : 3 Years
- Country Of Origin : India
- Generic Name : Book
100 in stock (can be backordered)
Description
आराधना श्रीवास्तव का जन्म मऊ जनपद ग्राम- कोइरियापार में हुआ है, चिकित्सक परिवार से जुड़ी हूं ,शिक्षार्थी के रूप में उच्च शिक्षा में प्रवेश कर प्राचीन इतिहास में एम0ए0, B.Ed, टूरिज्म में डिप्लोमा एवं T.E.T परीक्षा उत्तीर्ण , कुछ समय तक अध्यापन कार्य से जुड़ी रही, शुरू से ही साहित्यिक अभिरुचियो के कारण लेखन का बीज अंकुरित हो गए थे और साहित्य के प्रति यही झुकाव धीरे-धीरे एक वट वृक्ष के रूप में फलीभूत हुआ । विवाह जनपद- बलिया तहसील- बांसडीह में श्री लल्लन लाल श्रीवास्तव के घर हुआ, जिन्होंने शिक्षा को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ मेरी लेखनी को भी प्रोत्साहित किया । उन्हें मेरा शत-शत प्रणाम ।।
Additional information
Dimensions | 5 × 8 cm |
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