Sapno Ke Rang BY (Neelam Trikha)

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“प्रिय पाठको,
मेरा प्यार भरा नमस्कार!

अपनी पुस्तक ‘सपनों के रंग’ काव्य संग्रह आप सभी के सामने लाते हुए मुझे अपार प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। मेरी इस पुस्तक में सपनों के खूबसूरत रंग हैं। ये उसी रंग के सपने हैं जो मैंने देखे हैं, कुछ के रंग बहुत खूबसूरत हैं कुछ सपनों में मैं खूबसूरत रंग भरने में प्रयासरत हूँ । प्रभु की दया से मुझे एक बहुत ही अच्छा परिवार मिला है जिन्होंने मेरे सपने पूरे करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शायद वही धन्यवाद करने के लिए मैंने साहित्य व समाज सेवा के लिए अपने आप को जैसे समर्पित कर दिया। उमंग अभिव्यक्ति मंच पंचकूला की सह-संस्थापिका होने के नाते मेरे सपने को और भी बल मिला है।
अपनी पुस्तक ‘सपनों के रंग’ में मैंने अनेक तरह के विषयों पर अपनी रचनाएँ लिखी हैं जिनमें प्रकृति प्रेम, नारी वेदना, रिश्ते, समर्पण भाव, बेटी, प्रभु प्रेम, देश भक्ति, जिम्मेवारी, जागरूकता व समर्पण जैसे अनेक विषय जो कि आज के परिवेश में बहुत ज्यादा जरूरी प्रतीत होते हैं, मैंने उनको ही चुना है। उम्मीद है आप सभी को इन्हें पढ़ते हुए बिल्कुल अपनी ही कही हुई मन की बात मिलेगी। मेरी जैसी पहली पुस्तकों को आप सभी ने अपना प्यार दिया है उम्मीद है आप मेरी इस पुस्तक सपनों के रंग को भी उतना ही स्नेह और आशीर्वाद दोगे।
कविताएँ लिखने की, पढ़ने की अभिरुचि मुझमें अपनी बाल्यावस्था से ही रही है। समय के साथ साथ मैंने अनेक मंचों पर अपने भावों विचारों को कविता, कहानी, गीत ,भजन जैसे विविध विधाओं में लिखने के साथ-साथ प्रस्तुत भी किया है। जब मुझे सराहना मिली तो मेरा उत्साह कई गुना बढ़ गया। मेरी यह पांचवीं पुस्तक हैं। मेरी पहली पुस्तक ‘महकते एहसास’ काव्य संग्रह व मेरी दूसरी पुस्तक ‘मेरी बेटी मेरा अभिमान’ काव्य संग्रह को बहुत सराहना मिली, बल्कि मेरी बेटी मेरा अभिमान पर मुझे पुरस्कार भी मिला। इस पुस्तक में मेरी सभी कविताएँ बेटियों के गौरव गान के लिए ही लिखी हुई हैं। मां शारदे की कृपा से साहित्य व समाज सेवा हेतु कई सम्मान भी मुझे मिले हैं। मेरी दो पुस्तकें एक ‘आशाएं’ लघु कथाएँ व दूसरी ‘मेरी चुनिंदा कहानियां’ है जिसमें मैंने जीवन के अच्छे व कड़वे अनुभवों के आधार पर प्रेरक कहानियाँ लिखी हैं। कविताएँ हों चाहे कहानियाँ मैंने हमेशा ही उसमें प्रेरणा का भाव रखा है। हमेशा ही यह प्रयास रहा है कि भाषा सरल हो ताकि वह सभी को समझ आए। मेरी कोशिश रही है कि मैं अपनी लेखनी के माध्यम से सभी में सकारात्मक ऊर्जा भरूँ, सभी को बताऊँ कि यह जिंदगी बहुत खूबसूरत है खूबसूरत सपने देखिए और उन्हें साकार करने के लिए उनमें रंग भरने के लिए प्रयासरत रहें । सच्चे साफ रास्ते पर चलते हुए मां शारदे आपका जरूर साथ देगी। पुनः आप सभी के स्नेह व शुभ आशीष की कामना लिए हुए…

‌‌ नीलम त्रिखा”

  • Publisher ‏ : ‎ Booksclinic Publishing (6 January 2023)
  • Language ‏ : ‎ Hindi
  • Paperback ‏ : ‎ 151 pages
  • ISBN-13     : 9789355357564
  • Reading age ‏ : ‎ 3 years and up
  • Country of Origin ‏ : ‎ India
  • Generic Name ‏ : ‎ Book

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Description

“मेरी अभिव्यक्ति
प्रिय पाठको,
मेरा प्यार भरा नमस्कार!

अपनी पुस्तक ‘सपनों के रंग’ काव्य संग्रह आप सभी के सामने लाते हुए मुझे अपार प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। मेरी इस पुस्तक में सपनों के खूबसूरत रंग हैं। ये उसी रंग के सपने हैं जो मैंने देखे हैं, कुछ के रंग बहुत खूबसूरत हैं कुछ सपनों में मैं खूबसूरत रंग भरने में प्रयासरत हूँ । प्रभु की दया से मुझे एक बहुत ही अच्छा परिवार मिला है जिन्होंने मेरे सपने पूरे करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शायद वही धन्यवाद करने के लिए मैंने साहित्य व समाज सेवा के लिए अपने आप को जैसे समर्पित कर दिया। उमंग अभिव्यक्ति मंच पंचकूला की सह-संस्थापिका होने के नाते मेरे सपने को और भी बल मिला है।
अपनी पुस्तक ‘सपनों के रंग’ में मैंने अनेक तरह के विषयों पर अपनी रचनाएँ लिखी हैं जिनमें प्रकृति प्रेम, नारी वेदना, रिश्ते, समर्पण भाव, बेटी, प्रभु प्रेम, देश भक्ति, जिम्मेवारी, जैसे अनेक विषय जो कि आज के परिवेश में बहुत ज्यादा जरूरी प्रतीत होते हैं, मैंने उनको ही चुना है। कविताएँ लिखने की, पढ़ने की अभिरुचि मुझमें अपनी बाल्यावस्था से ही रही है। समय के साथ साथ मैंने अनेक मंचों पर अपने भावों विचारों को कविता, कहानी, गीत ,भजन जैसे विविध विधाओं में लिखने के साथ-साथ प्रस्तुत भी किया है। जब मुझे सराहना मिली तो मेरा उत्साह कई गुना बढ़ गया। मेरी यह पांचवीं पुस्तक है जिसे हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा अनुदान मिला है। इसके लिए मैं तहे दिल से अकादमी का बहुत बहुत धन्यवाद करती हूँ कि मेरी रचनाओं को उन्होंने इस काबिल समझा।
मेरी पहली पुस्तक ‘महकते एहसास’ काव्य संग्रह व मेरी दूसरी पुस्तक ‘मेरी बेटी मेरा अभिमान’ काव्य संग्रह को बहुत सराहना मिली, बल्कि मेरी बेटी मेरा अभिमान पर मुझे पुरस्कार भी मिला। इस पुस्तक में मेरी सभी कविताएँ बेटियों के गौरव गान के लिए ही लिखी हुई हैं। मां शारदे की कृपा से साहित्य व समाज सेवा हेतु कई सम्मान भी मुझे मिले हैं। मेरी दो पुस्तकें एक ‘आशाएं’ लघु कथाएँ व दूसरी ‘मेरी चुनिंदा कहानियां’ है जिसमें मैंने जीवन के अच्छे व कड़वे अनुभवों के आधार पर प्रेरक कहानियाँ लिखी हैं। कविताएँ हों चाहे कहानियाँ मैंने हमेशा ही उसमें प्रेरणा का भाव रखा है। हमेशा ही यह प्रयास रहा है कि भाषा सरल हो ताकि वह सभी को समझ आए। मेरी कोशिश रही है कि मैं अपनी लेखनी के माध्यम से सभी में सकारात्मक ऊर्जा भरूँ, सभी को बताऊँ कि यह जिंदगी बहुत खूबसूरत है खूबसूरत सपने देखिए और उन्हें साकार करने के लिए उनमें रंग भरने के लिए प्रयासरत रहें । सच्चे साफ रास्ते पर चलते हुए मां शारदे आपका जरूर साथ देगी।
मैं अपने पति श्री रजनीश चन्द्र त्रिखा व अपनी प्यारी बिटिया दृष्टि त्रिखा का तहे दिल से धन्यवाद करती हूँ जिन्होंने हमेशा ही मेरा साथ दिया है‌। मेरी माता जी श्रीमती वेदवती शर्मा जी का स्नेह व आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है। एक परिवार की मदद के बगैर शायद मेरा समाज व साहित्य क्षेत्र के लिए कार्य करना मुश्किल हो जाता। मां शारदे को शत-शत नमन करती हूं कि मुझे ऐसा परिवार मिला। बहुत सारे प्रतिष्ठित संस्थानों से जब मुझे सम्मानित किया गया तो मेरे सहित मेरे परिवार को भी गर्व की अनुभूति हुई।

निस्वार्थ भाव से नवोदित कवियों को मौका देना, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम आयोजित करवाना हो फिर चाहे समाज सेवा की बात हो हमेशा ही मैं अपने आप को सबसे आगे रखती हूं और जो भी सहायता होती है वह दिल से करती हूं। आगे भी अपनी लेखनी के माध्यम से मैं सभी को जागरूक संदेश देती रहूं ऐसी मंगल कामना करती हूं आप सभी से स्नेह एवं आशीर्वाद चाहती हूं।

‌‌ नीलम त्रिखा”

Additional information

Dimensions 5.5 × 8.5 cm

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