Sindhu – Suta ( Kahani Sangrah) BY (Dr. Ranjana Verma)

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“सिंधु – सुता’ डॉ. रंजना वर्मा का नवीन कहानी संग्रह है । इसके पूर्व में उनका कहानी संग्रह ‘सूर्यास्त’ प्रकाशित हो चुके है तथा सुधी पाठकों द्वारा सराहा जा चुका है ।
मानव मन विभिन्न अनुभूतियों, दृश्यों, कथानकों से सदैव प्रभावित होता रहता है । जिस प्रकार उसे प्रेम की कोमल भावनाएं प्रभावित तथा आकर्षित करती हैं उसी प्रकार भय, रोमांच जुगुप्सा आदि भाव भी उसके अंतर्मन को प्रभावित करते रहते हैं । उसकी अन्वेषण प्रवृत्ति तथा जिज्ञासा भाव नित नूतन सम्भावनाओं को जन्म देता रहता है । कभी वह भयभीत होता है तो कभी रोमांचित । कभी प्रणय के अथाह सागर में डूब जाना चाहता है तो कभी ममता, स्नेह जैसी भावनाएँ उसे स्वयं में समाहित कर लेती हैं । जीवन के विशद चित्रपट पर मानव मन की इन्हीं भावनाओं के रंग लेकर डॉ. रंजना वर्मा ने कल्पनाओं के आधार पर अपने मानस पटल पर शब्दों की तूलिका लेकर अभिव्यक्ति का रंग भरते हुए जो चित्र बनाये हैं वे ही उनकी कहानियों के रूप में सम्मुख आये हैं ।
‘सिंधु सुता’ मानव मन की इन्हीं भावनाओं का शाब्दिक प्रस्तुतिकरण है । इनकी कहानियाँ भिन्न भिन्न परिवेश में भिन्न भिन्न भावभूमि का निर्माण करती हैं तथा पाठक को एक अलग ही लोक में विचरण करने के लिये आमंत्रित करती हैं । उनकी कहानियाँ पाठकों के हृदय पर अमित छाप छोड़ने में सर्वथा सक्षम हैं ।”

  • Publisher ‏ : ‎ Booksclinic Publishing 
  • Language ‏ : ‎ Hindi
  • Paperback ‏ : ‎ 221  pages
  • ISBN-13 ‏ : ‎ 9789390192823
  • Reading age ‏ : ‎ 3 years and up
  • Country of Origin ‏ : ‎ India
  • Generic Name ‏ : ‎ Book

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Description

“डॉ. रंजना वर्मा देश की सुप्रसिद्ध लेखिका एवं कवियित्री हैं । हिंदी साहित्य जगत में उनका नाम किसी परिचय का मोहताज़ नहीं है । अब तक उनकी पचास से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं जिनमें एक महाकाव्य तथा छै खण्डकाव्य एवं तीन कहानी संग्रह व चार उपन्यास सम्मिलित हैं । इनके अतिरिक्त कई ग़ज़ल संग्रह , गीत संग्रह आदि भी प्रकाशित हो चुके हैं । उन्होंने बाल साहित्य भी लिखे हैं । ‘चन्द्रमा की गोद में’ उनका बहु चर्चित बाल उपन्यास है । इसके अतिरिक्त दो बाल कथा संग्रह एवं तीन बाल कविताओं के संग्रह भी प्रकाशित हो चुके हैं । उनकी कुछ रचनाएँ उर्दू में भी प्रकाशित हुई हैं ।
डॉ. रंजना वर्मा की कई रचनाएँ कहानियाँ , वार्ताएँ आदि आकाशवाणी से प्रसारित होती तथा श्रोताओं द्वारा सराही जाती रही हैं ।
उन्हें उनकी साहित्य सेवाओं के लिये विभिन्न पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं ।
जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उनको जो भी खट्टे मीठे अनुभव हुए उन्हें उनकी लेखनी ने भलीभाँति प्रगट किया है । मनुष्य के मनोभावों को अभिव्यक्ति देने में वे सर्वथा सक्षम हैं । उनकी रचनाएँ मानव जीवन की सच्ची तस्बीर प्रस्तुत करती हैं । मर्मस्पर्शिता एवं प्रसाद गुण उनकी रचनाओं में सर्वत्र प्रतिभासित होते हैं ।
साहित्य के क्षेत्र में उनका योगदान प्रशंसनीय है । उनकी कृतियाँ सदैव पठनीय तथा संग्रहणीय होती हैं ।”

Additional information

Dimensions 5.5 × 8.5 cm

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