Manke Man Ke : Kavya Sankalan by Santosh Kumar Shrivas

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यूं तो यह मेरी पांचवीं पुस्तक है जिसमें मैंने अपनी रचनाओं को आप तक पहुंचाने का प्रयास किया है वैसे इसमें मानवीय जीवन के विविध भावों को शब्दों में ढ़ालने का प्रयत्न किया है और इसमें उनहत्तर रचनाएं संकलित है।
इसमें कुछ गीत की शैली में, तो कुछ ग़ज़ल की शैली में और कहीं एक-आध जगह घनाक्षरी के रूप में लिखने का प्रयत्न किया है।
मैं स्वयं को कवि नहीं मानता, पर हां मुझे कविता लिखने की अभिरुचि अवश्य है और अपने मन में उमड़ते- घुमड़ते भावों की बदरा को शब्दों का सुरभित प्रवाह देकर पावस की रिमझिम फुहारों की तरह बह जाने की आकांक्षा रखता हूं। वैसे तो मैं मूलतः श्रृंगार पर लिखता रहा हूं लेकिन ऐसा भी नहीं है कि मैंने जीवन के अन्य पहलुओं को छुने प्रयत्न ना किया हो, यह अवश्य मन में रहा है कि जीवन के समग्र विषयों पर मैं अपने भाव व्यक्त कर सकूं, परिणाम स्वरूप यह संकलन आप तक पहुंचा रहा हूं।

  • Publisher ‏ : ‎ Booksclinic Publishing 
  • Language ‏ : Hindi
  • Page :134
  • Size : 5.5×8.5
  • ISBN-13 ‏ : ‎9789358234848
  • Reading Age ‏ : ‎ 3 Years 
  • Country Of Origin ‏ : ‎ India
  • Generic Name ‏ : ‎ Book

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Dimensions 5.5 × 8.5 cm

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