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    • Kisan ki Roti, By(Narayan Prasad Ranade)
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      • Kisan ki Roti, By(Narayan Prasad Ranade)

      • 170.00
      • किसान की रोटी । समर्पित। वर्तमान समय हर दृष्टि से प्रदूषण युक्त। विषाक्त। दूषित बना हुआ है। जन जीवन आधुनिकता के नाम पर असंयमी अनियत तथा रोगी बना हुआ है। इसे विकट समय में लुटेरे यमराज अनेकों डाक्टर लोभ में अंधे केवल लुटने पर तुले होते हैं। दर दिखा कर असाध्य बीमारी लाद दी जाती है। ऐसे ही समय में…
    • बाल स्वास्थ्य नर्सिंग CHILD HEALTH NURSING AS PER THE NEW SYLLABUS OF INC FOR NURSING STUDENTS, By(Somesh Sharma)
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      • बाल स्वास्थ्य नर्सिंग CHILD HEALTH NURSING AS PER THE NEW SYLLABUS OF INC FOR NURSING STUDENTS, By(Somesh Sharma)

      • 410.00
      • इस पुस्तक को आईएनसी के नए पाठ्यक्रम के अनुसार लिखा गया है जिसमें नर्सिंग विद्यार्थियों एवं नर्सों के लिए बाल स्वास्थ्य से संबंधित समस्त पहलुओं एवं समस्याओं को सरल एवं सुसंगत तरीके से समझाया गया है अध्ययन सामग्री को सरल बनाने हेतु तालिका एवं रेखा चिन्हों का उपयोग किया गया है पुस्तक में हिंदी भाषा के साथ आवश्यकतानुसार तकनीकी शब्दों…
    • Madhumaas, By(Amiyesh Chandra Mathur)
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      • Madhumaas, By(Amiyesh Chandra Mathur)

      • 150.00
      • "कवि ने अपने काव्य ""मधुमास"" में मर्म बोध कराती अनेक प्रस्तुतियों से जीवन के सत्य और सुन्दरता का बोध कराया है। पाठक स्वयं उस भाव में डूब कर आनंदानुभूति से भर जाता है यही काव्य लेखन की विशेषता है। अल्हड़ और परिपक्व आयु की प्रखरता आल्हादित करती है। शब्दों में भी जादू होता है यदि कहने का अंदाज अलग हो।"…
    • Tazurbe Ki Mahak, By(Sharmila Kumari)
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      • Tazurbe Ki Mahak, By(Sharmila Kumari)

      • 125.00
      • "तज़ुर्बे की महक: साभार है जीवन की गलियों में गुजरते सफ़र उनसे बनते बिखरते सहेजते और बढ़ते पगडंडियों का। जिसमें विशेष है; मेरी (बूस्टर) मेरी पुत्री और बाकी बहुत कुछ जो अनुभूतियों (तज़ुर्बे की महक) है एक खूबसूरत काल्पनिक आसमां के साथ। आशा करती हूँ पाठकगण खुद भी इस महक का आनंद लेंगे। धन्यवाद। Publisher ‏ : ‎ Booksclinic Publishing  Language…
    • 21 Vi Sadi Ka Maanav Aur Maanvta Dharm, By(Ram Kumar Thakur)
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      • 21 Vi Sadi Ka Maanav Aur Maanvta Dharm, By(Ram Kumar Thakur)

      • 110.00
      • मेरी यह पुस्तक जिसका शीर्षक है- 21वीं सदी का मानव और मानवता धर्म। यह पुस्तक जो 21वीं सदी के वर्तमान में हो रहे मानव में परिवर्तन और भविष्य में होने वाले परिवर्तन पर एक झलक है। मैं यह नहीं कह सकता कि मेरे द्वारा लिखी समस्त बातें सत्य होगी। परंतु वर्तमान और भविष्य की कल्पना और माँ शारदे, पिता श्री…
    • MI TUMCHYATALI , By(Ku. Vanita Sadashiv Phulpagar)
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      • MI TUMCHYATALI , By(Ku. Vanita Sadashiv Phulpagar)

      • 170.00
      • मुळात जीवन आणि साहित्य यांचा संबंधच मुळी बिंब आणि प्रतिबिंब असा असतो. समाजातील बिंबाचे प्रतिबिंब साहित्यात उमटत असते. या पुस्तकात लेखिकेला प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष भेटलेल्या किंवा त्यांच्या कल्पनेतून साकारलेल्या माणसांच्या कथा आणि व्यथाही आहेत. त्या इतक्या सहज आणि सोप्या शब्दांत त्यांनी मांडलेल्या आढळतात की, साधेपणा आणि सहजपणा हा त्यांच्या साहित्यात‌ला केंद्रबिंदू ठरतो. यातील कथा आपणाला सहज काही शिकवून जातात, बोध देऊन जातात…
    • Aagaaz, By(Dr. Durga Prasad Mersa)
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      • Aagaaz, By(Dr. Durga Prasad Mersa)

      • 200.00
      • जैसा की आप सभी जानते हैं कि""आगाज़ "" का मतलब ही होता है अनुष्ठान प्रारंभ या शुरूआत। आगाज काव्य-संग्रह मेरी प्रथम प्रकाशित कृति है जिसमें मैंने भारतीय संविधान के उददेश्य पर अधारित न्याय,समानता,समता, बंधुता व राष्ट्रीय एकता की भावना को केन्द्र में रखकर कलम चलाने का प्रयास किया है मै इस प्रयास में कहाँ तक सफल हूँ ,निर्णय आपके हाथ…
    • Hindi Vyakaran Ka Itihas,By(Dr. Pushpraj Lazarus)
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      • Hindi Vyakaran Ka Itihas,By(Dr. Pushpraj Lazarus)

      • 160.00
      • "यह पुस्तक हिंदी भाषा व्याकरण के इतिहास, मूलभूत नियम, हिंदी लेखन की व्याकरण संबंधी सामान्य त्रुटियों से लेकर पर्यायवाची व विलोम शब्दों एवं प्रचलित हिंदी मुहावरों के संकलन का एक प्रयास है।भाषा सरल व पठनीय है जिससे विद्यार्थियों के साथ ही साथ आमजन भी सरलतापूर्वक समझ सकें। पुस्तक की विषय सामग्री हिन्दी विषय के विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थियों हेतु समान…
    • Main Hoon Akaash,By(Akash “Adbhut”)
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      • Main Hoon Akaash,By(Akash “Adbhut”)

      • 249.00
      • "मेरे काव्य संग्रह को पढ़ने वाले सभी स्नेही जनों की ओर से मिले प्रोत्साहन एवं प्रशंसा के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार और प्रणाम । मैं अपने शहर कानपुर और प्रदेश एवं देश के समस्त लोगों का विशेष आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मेरे काव्य संग्रह में रुचि रखी उसे पढ़ा एवं अन्य लोगों को भी पढ़ने का सुझाव दिया। देश…