Swachhand Hain Kavitaen(Kavya Sangrah), By (Yadu Joshi ‘Gadhdeshi ‘)

150.00

“कवितायें मेरे लिए मनोदृष्टि से आविर्भूत पुष्पगुच्छ हैं. मानवीय सम्वेदनाएँ, सहज रूप में मौलिक चिंतन और देश-समाज में व्याप्त विसंगतियों को इस संग्रह में उकेरने का एक प्रयास है.
लेखन विरासत में प्राप्त मेरा एक पैशन है जिसे फ़ुर्सत के लम्हों में थोड़ी सी जगह देता हूँ. तकनीकी क्षेत्र में लंबी सेवा के उपरांत यह मेरा प्रथम काव्य संकलन है और भावनात्मक रूप से पैतृक साहित्यिक धरोहर की श्रीवृद्धि में एक लघु दस्तावेज भी. यद्द्पि मेरी कई रचनाएं देश की नामचीन पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं तथापि ‘स्वछंद हैं कवितायें’ काव्य संग्रह को विभिन्नता में एकरूपता का माध्यम मान कर मन तृप्ति का भाव पाता है जिसे शब्दों में व्यक्त करना मेरे लिए किंचित भी सरल नहीं है.
जिस प्रकार घर में बिखरी हुई वस्तुओं को करीने से सजाना समयसाध्य होता है उसी प्रकार जहाँ-तहाँ बिखरी हुई कविताओं को एकत्रित करना भी कठिन होता है. डिजिटल युग में पुस्तकों का प्रकाशन आसान तो है किंतु मुद्रित पुस्तकीय स्वरूप डिजिटल की अपेक्षा अधिक आकर्षक और पठनीय होते हैं.
इसी को दृष्टिगत रखते हुए मैंने पुस्तक के प्रकाशन का निर्णय लिया. आशा है पाठकों के सम्मुख मेरा यह प्रयास सार्थक होगा.
अस्तु, मैं अपनी सहधर्मिणी, बच्चों, बन्धु-बांधवों एवं बुक्स क्लीनिक पब्लिकेशन का आभारी हूँ जिनके सहयोग से पुस्तक का प्रकाशन संभव हुआ.”

  • Publisher ‏ : ‎ Booksclinic Publishing 
  • Language ‏ : ‎  Hindi 
  • ISBN-13 ‏ : ‎    9789355357908
  • Reading age ‏ : ‎ 3 years and up
  • Country of Origin ‏ : ‎ India
  • Generic Name ‏ : ‎ Book

99 in stock (can be backordered)

SKU: book1504BCP Category:

Description

“जन्म स्थान: पौड़ी गढ़वाल (उत्तराखंड)
वर्तमान में बैंगलोर (कर्नाटक) में निवास.
कार्यक्षेत्र: सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पब्लिक
सेक्टर अंडरटेकिंग) में मुख्य अभियंता के पद से सेवानिवृत्त.
सेवा निवृत्ति के पश्चात स्वतंत्र लेखन. “

Additional information

Dimensions 5 × 8 cm

Reviews

There are no reviews yet.

Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.