Anmol Tohfa by Rajendra Jatav

350.00

पुस्तक के बारे में…

नमस्कार दोस्तों यह पुस्तक अनमोल तोहफा जीवन से जुड़े अच्छे बुरे हर पहलू के बारे में है जिनको आप पढ़ते समय समझेंगे जीवन से रिलेटेड हम कभी-कभी जाने अनजाने में कुछ ऐसा गलत काम कर जाते हैं या किसी से कुछ ऐसा कह जाते हैं कि सामने वाले पर आपका क्या असर पड़ता है । आप इसको अनदेखा करके आगे बढ़ जाते हैं क्या आपने कभी सोचा है इसका परिणाम क्या होगा नहीं ना? पुस्तक में आपको अपनी कुछ खराब आदतों को सुधारने का मौका मिलेगा कभी-कभी आप जो गलती करते हैं । उसको सही करने का मौका मिलेगा जिससे कुछ अच्छे विचार आपके दिल में आएंगे और जो नेगेटिविटी आपके दिल में भरी है पहले से दूसरों के प्रति उसमें सुधार होगा जिससे आप गलती करने से पहले 10 बार सोचेंगे और आने वाली पीढ़ी को जागरूक करेंगे मैं आशा करता हूं आपको यह पुस्तक अनमोल तोहफा जरूर पसंद आएगी फिर भी कुछ लिखे हुए शब्द में गलती हो तो प्लीज माफ करना मेरे दिल में जो भी सामने वाले की प्रति अच्छे विचार थे आपके लिए प्रस्तुत किए आपको बुक पसंद आए तो प्लीज अपने दोस्तों अपने परिवार में जरूर शेयर करना उनको भी कुछ नॉलेज मिलेगी राधे राधे कृष्णा……

  • Publisher ‏ : ‎ Booksclinic Publishing 
  • Language ‏ : Hindi
  • Page :204
  • Size : 5×8
  • ISBN-13 ‏ : ‎9789358236101
  • Reading Age ‏ : ‎ 3 Years 
  • Country Of Origin ‏ : ‎ India
  • Generic Name ‏ : ‎ Book

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Description

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम राजेंद्र जाटव मैं मध्य प्रदेश ग्वालियर शहर से हूं । मैंने अपनी मास्टर डिग्री की पढ़ाई जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर से 2018 में कंप्लीट की आगे मैं कंपटीशन की तैयारी कर रहा हूं । आगे अकाउंटेंट की जॉब देख रहा हूं । आप मुझे सोशल मीडिया पर देख सकते हैं जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम Twitter other सोशल मीडिया पर देख सकते हैं । इंस्टाग्राम फेसबुक पर भी हमने यह जो बुक लिखी है । अनमोल तोहफा उसकी कुछ इमेज वहां आपको मिलेगी वहां भी आप मुझे देख सकते हैं । हमसे मिल सकते हैं बात कर सकते हैं । वैसे में पहले कोई लेखक नहीं था जैसे आप लोग सोशल मीडिया पर कुछ अपने घरेलू वीडियो बनाकर नाच गाने की खाना बनाने की आदि वीडियो अपलोड करते हैं । कुछ ऐसी तो मैंने सोचा यह नॉलेज सभी देते हैं। कुछ ऐसा करो कि उनके जीवन में कुछ काम आए लोगों को आपसे मिलने में अच्छा लगे । कभी-कभी जब मैं लोगों से मिलने उनसे बातें करता जब भी उनके जैसे भी बर्ताव होते मेरे प्रति तो मैं उनको नोट करता अच्छे बुरे जो भी फिर उनको अपने पन्नों पर लिखता जिससे लिखे हुए यह शब्द मुझे याद रहे जो भी मुझे कुछ गलत लगता ऐसा नहीं ऐसा होना चाहिए तो मैं उसके बारे में लिखता और जैसे मैं कहीं जाता कभी-कभी कोई अच्छी नॉलेज की बातें करता तो मैं उसे ध्यानपूर्वक सुनता नोट करता और अपने जीवन में अमल मैं लाता तो ऐसे मुझे अच्छी बात लिखने का अभ्यास हुआ मैंने कुछ शब्द ऐसे लिखे जीवन की हर पहलू से रिलेटेड आशा करता हूं कि आपको जरूर पसंद आएंगे ।

Additional information

Dimensions 5 × 8 cm

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