Sahitya Ke Purodha(Vyaktiparak Aalekh Sangrah), By(Manjulata arya)

190.00

  • Publisher ‏ : ‎ Booksclinic Publishing 
  • Language ‏ : ‎Hindi
  • Page : 152
  • ISBN-13 ‏ : ‎ 9789355350565
  • Reading Age ‏ : ‎ 3 Years And Up
  • Country Of Origin ‏ : ‎ India
  • Generic Name ‏ : ‎ Book

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Description

मैं डॉ.मंजुलता आर्य ने अपनी अल्प बुद्धि के द्वारा साहित्य के प्रकाण्ड विद्वानों को सूर्य को दीपक दिखाने का कार्य किया है। जिसके द्वारा साहित्य की ऊँचाईयों को प्राप्त कर चुके साहित्यकारों के अल्प परिचय में उनके द्वारा साहित्य में प्राप्त की गई, उनकी पूर्ण ऊॅंचाई से अवगत कराने का भरसक प्रयास किया है। मुझे उपलब्ध उनकी अल्प कृतियों के माध्यम से उनके सम्पूर्ण व्यक्तित्व का वर्णन एवं साहित्य की ऊँचाई को बताने का जो मेरा प्रयास रहा है, आशा है कि आप सभी पाठकगणों के सकारात्मक सहयोग से अपनी प्रथम कृति को प्रस्तुत करते हुए इसी पथ पर अग्रसर रहूँ और साहित्य के सहयोग से साहित्य में स्थान बना सकूँ। इसी विश्वास के साथ प्रस्तुत है मेरी प्रथम कृति “साहित्य के पुरोधा।”

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Dimensions 5 × 8 cm

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