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    • Muhurt Hath Mein Safalata Sath Mein by Ashok Vyas
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      • Muhurt Hath Mein Safalata Sath Mein by Ashok Vyas

      • 149.00
      • मुहूर्त पर लिखना कोई साधारण बात नहीं है। मुहूर्त अनेकों हैं पर हम आज सिर्फ कुछ खास मुहूर्त पर ही विचार करेंगे। मैंने इस पुस्तक में सरल हिंदी में वो लिखने का प्रयास किया है जो आपको आसानी से समझ में आ जाए। अश्विनी से रेवती तक कुल 27 नक्षत्र होते हैं। अमावस्या से पूर्णिमा तक 16 तिथियां होती हैं।…
    • Ishq, Kya Ek Bhool Hai ? by Premsagar Kashyap
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      • Ishq, Kya Ek Bhool Hai ? by Premsagar Kashyap

      • 190.00
      • आज के समय में अधिकांश युवक और युवतियाँ फिल्मी दुनियां से बहुत अधिक प्रभावित होते हैं । फ़िल्मों की नायक और नायिका उनके आदर्श होते हैं । फ़िल्मों में यह दिखाया जाता है कि कॉलेज में पढ़ने का मतलब इश्क करना होता है और जिनसे इश्क किया जाए, उन्हें हर हालत में प्राप्त कर लेना जीवन की सबसे बड़ी और…
    • Bhed Hain Gahra….Baat Jara See…..!! by Shyamal Bhattacharjee
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      • Bhed Hain Gahra….Baat Jara See…..!! by Shyamal Bhattacharjee

      • 240.00
      • जीवन का हर पल, उदासी, दुख, हँसी, खुशी, विश्वास, विहँगम,.......ठीक चाय की पत्तीयों को छानकर जैसे चाय बनाया जाता हैं, उसमें कुछ शक्कर, कुछ दूध घोलकर चाय परोसा जाता हैं, ठीक वहीं, श्यामल ने इस पुस्तक में हर एक कविता को जीवन के पल पर से छानकर इस किताब में एक अनूठा और अविश्वासनीय सुन्दरता को कविता के रूप में…
    • SANGEETA “The Mountain Girl” by Subasa Chandra Misra
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      • SANGEETA “The Mountain Girl” by Subasa Chandra Misra

      • 150.00
      • Love is blind & love begets love. A magnificent rose smelling faintly of blood, she was passionate with her teenage love with Sumeet. She started with her brother in-law, from Mana village in a long drive about 600 KMS to Neemrana, Rajsthan. She introduces heritage, scenic beauty, religious & adventure sports of Uttarakhand en route. She narrated the fury of…
    • Albela Bharat : Sajha Kavya Sangrah by Rajni Kesharwani
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      • Albela Bharat : Sajha Kavya Sangrah by Rajni Kesharwani

      • 149.00
      • अलबेला भारत' एक यात्रा है, जो हमें एक नए दृष्टिकोण से हमारे देश को देखने का मौका देती है। यह हमें विभिन्न राज्यों के समृद्ध इतिहास, सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य के साथ परिचित कराती है। हमारे देश के विभिन्न कोनों में छिपे गहरे अर्थों को उजागर करने के साथ, यह हमें एक संपूर्णता की अनुभूति देती है। इस साझा…
    • Kalam Ki Raftar by Narendra Singh
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      • Kalam Ki Raftar by Narendra Singh

      • 180.00
      • इस पुस्तक का नाम है "कलम की रफ्तार"। इस पुस्तक में चार खण्ड हैं1.लघुकथा, 2.हास्य व्यंग्य, लेख, 3.संस्मरण, आपबीती और यात्रा वृतांत, 4.मेरी लेखनी से। कविता तो मैं बहुत वर्षों से लिख रहा हूँ। पर लेख पर लेखनी नहीं चल पा रही थी। कुछ व्यंग्य लेख और संस्मरण बैंकिंग पत्रिकाओं में छपी थी। पर लघुकथा का लेखन का शुभारंभ लॉकडौन…
    • Zindagi by Sanah Shawl
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      • Zindagi by Sanah Shawl

      • 100.00
      • In this book i have tried my efforts to tell my readers about my life experience and the perception which i got from my experience. I am very much sure that will be negative positive motivation and also linkage with your stories. Afterall we are humans live on the same planet with a perception. For sure some experience readers will…
    • Satyapath Par (Yatra Sansamaran) by Dr. Kishan Tandon Kranti
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      • Satyapath Par (Yatra Sansamaran) by Dr. Kishan Tandon Kranti

      • 240.00
      • "सत्यपथ पर" (यात्रा संस्मरण) पुस्तक के बारे में प्रभूत परिमाण में साहित्य सृजन कर यशस्वी रहे विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हरफ़नमौला साहित्य लेखक भारत भूषण डॉ.किशन टण्डन क्रान्ति द्वारा रचित 'सत्यपथ पर' यात्रा संस्मरण में 11 सतनाम धामों सहित गौरवपूर्ण प्रथम वार्षिक अधिवेशन बिलासपुर के कार्यक्रमों का सुन्दर, सजीव एवं प्रेरक वृत्तान्त हैं। छत्तीसगढ़ कलमकार मंच के तत्वावधान में नमन्…
    • Jai Veer Parshuram by Satya Praksh Yadav
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      • Jai Veer Parshuram by Satya Praksh Yadav

      • 535.00
      • साहित्यिक उपन्यास 'जय वीर परशुराम' भगवान परशुराम जी के आदर्श और यथार्थ के समन्वय और अन्तर्द्वन्द को जीने - मरने की अनन्त व्यथा है । ' जय वीर परशुराम ' हिन्दुस्तान के हर गली-मोहल्ले में उगते -पलते और फलते-फूलते शोषण, षडयंत्र, छुआछूत, ऊंच- नीच, वर्चस्व और अंधे स्वार्थ का महाकाव्य है। इस उपन्यास का महानायक एक आम आदमी दलित परसू…
    • Vipanan Anusandhan (Marketing Research) by Dr. Jaya Chawla
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      • Vipanan Anusandhan (Marketing Research) by Dr. Jaya Chawla

      • 399.00
      • वर्तमान बाजार अर्थव्यवस्था उत्पाद उन्मुख दृष्टिकोण से उपभोक्ता उन्मुख दृष्टिकोण की ओर स्थानांतरित हो रही है। वर्तमान परिदृश्य में व्यवसाय और उत्पाद की सफलता पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि यह उपभोक्ता की जरूरतों और आकांक्षाओं को कैसे पूरा कर सकता है और उपभोक्ता संतुष्टि प्रदान कर सकता है। इस संदर्भ में बाजार का बारीकी से…